जिला प्रतिनिधि = भुनेश्वर ठाकुर
दंतेवाड़ा, । आज जावंगा ऑडिटोरियम में आयोजित ’’ऑर्गेनिक दंतेवाड़ा कॉन्कलेव’’ 2024 के दौरान देश के विभिन्न प्रदेशों से आए जैविक कृषि विशेषज्ञों एवं विपणन फर्म प्रतिनिधियों जैसे टाटा समूह के बिग बास्केट, सुपर मार्केट, नाबार्ड, इत्यादि तथा जिले के कृषि अधिकारियों के मध्य बस्तर क्षेत्र में जैविक कृषि उत्पादों के खरीद बिक्री, मांग आधारित बाजार, वनीय बागानी, और अन्य कृषि उत्पादों के भण्डारण, प्रसंस्करण, व विपणन के साथ-साथ कृषिगत मशीनरी के उपयोग कृषि वस्तुओं के आवागमन के संबंध में परिचर्चा का आयोजन भी हुआ। परिचर्चा में कृषि विपणन के महत्व को दर्शाते हुए बताया गया कि कृषि विपणन के अन्तर्गत वे सभी सेवाएँ आ जाती हैं जो कृषि उपज को खेत से लेकर उपभोक्ता तक पहुँचाने में करनी पड़ती हैं। भारत एक कृषि प्रधान देश है और देश की अर्थव्यवस्था में कृषि की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। देश की राष्ट्रीय आय, रोजगार, जीवन-निर्वाह, पूंजी-निर्माण, विदेशी व्यापार, उद्योगों आदि में कृषि की सशक्त भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है। यही कारण है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि के सराहनीय योगदान होने के साथ-साथ विश्व में भी कृषि क्षेत्र में साख बनी हुई है।
इसे देखते हुए बस्तर क्षेत्र की जैव विविधता और प्राकृतिक संसाधनों को देखते हुए, जैविक खेती की अपार संभावनाएं हैं। यह न केवल किसानों की आय में वृद्धि कर सकती है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और उपभोक्ताओं के लिए स्वस्थ खाद्य उत्पादों को सुनिश्चित करने में भी मदद करती है।