रायपुर/- मानिकपुरी पनिका समाज ने सामाजिक एकता और विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए प्रदेश तीनों संगठन ने विलय कर एकजुटता का परिचय दिया।
प्रमोद गुरु बालापीर धाम, महादेव घाट, रायपुर में आयोजित समस्त मानिकपुरी पनिका समाज के प्रांतीय मानिकपुरी पनिका समाज, पनिका समाज महासमिति, छत्तीसगढ़ प्रदेश मानिकपुरी पनिका समाज संगठनों ने मिलकर सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से सशक्त होने का संकल्प लिया। वहीं प्रदेश के भीतर कार्य कर रहे भारतीय मानिकपुरी पनिका समाज ने अपने ही बैनर को पुरखा का हवाला देते हुए अपने आपको निर्वाचन प्रक्रिया से अलग रहने का निर्णय लिया। बैठक की अध्यक्षता कर रहे समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी सत्यप्रकाश मानिकपुरी, घासीदास मानिकपुरी ने भी समाज हित अपने विचारों को व्यक्त करते हुए तीनों संगठन को एकजुट होने के बधाई व शुभकामनाएं दी और आगे कहा कि समाज निश्चित रूप से आगे बढ़ेगा। लोकतंत्र में बहुमत ही मुख्य आधार है और लोकतांत्रिक व्यवस्था से समाज आगे बढ़ेगा।संयुक्त बैठक में समाज के प्रतिनिधियों ने विभिन्न संगठन में बंटे हुए कार्य को समाप्त कर "एक समाज, एक संगठन" का आदर्श स्थापित करने की घोषणा की। संयुक्त बैठक में डॉ ललित मानिकपुरी प्रदेश अध्यक्ष प्रांतीय मानिकपुरी पनिका समाज, सुमित दास प्रदेश अध्यक्ष पनिका समाज महासमिति ने संबोधित करते हुए कहा कि समाज को एक जुट करने के लिए हम अपने अपने पदों का त्याग करने की घोषणा करते हैं। सामाजिक एकता के लिए उपस्थित प्रदेश भर से आये हुए सामाजिक जनों का हार्दिक अभिनन्दन करते हुए प्रदेश मीडिया प्रभारी सेवक दास दीवान जिलाध्यक्ष महासमुन्द ने सभी को एकजुट होने के लिए धन्यवाद देते हुए बताया कि हमारा एक ही सपना है कि समाज एक जुट हो।
बैठक को गजानंद दास कुलदीप प्रदेश संगठन प्रभारी छत्तीसगढ़ मानिकपुरी पनिका समाज,प्रांतीय मानिकपुरी पनिका समाज के प्रदेश अध्यक्ष डॉ ललित मानिकपुरी ने छत्तीसगढ़ प्रदेश में समाज को हर क्षेत्र में विकास की ओर ले जाना है।25 लाख से ऊपर की जनसंख्या होने के बावजूद हम पिछड़े हुए हैं उसका मूल कारण है कि हम एकजुट नहीं हैं। समाज की एकता के लिए हम सभी अपने पदों त्याग कर समाज की मुख्य धारा में आकर निर्वाचन की प्रक्रिया को अपनाकर समाज में लोकतंत्र मजबूत बनायेंगे। पनिका समाज महासमिति के प्रदेश अध्यक्ष सुमित दास ने बताया कि समाज को मजबूत बनाना है और विकास की ओर ले जाना है तो एकजुटता जरूरी है। समाज के सभी लोग चाहते हैं समाज में एकरूपता आये। मानिकपुरी पनिका समाज कमजोर नहीं है परन्तु हम बिखरे होने के कारण कमजोर हो गये हैं। आयें हम सब मिलकर एक सशक्त और मजबूत समाज बनायें। समाज हित में मैं अपने पद का त्याग कर समाज में लोकतंत्र मजबूत बनायेंगे और निर्वाचन प्रक्रिया को अपनायेंगे। बैठक को गजानंद कुलदीप प्रदेश संगठन प्रभारी ने एक संगठन एक समाज पर बल दिया कि पनिका समाज को सम्पूर्ण क्षेत्रों में विकास की ओर ले जाना है। हमने बहुत सालों से प्रयास करते आ रहे हैं कि समाज में एकजुटता आये।आज वह दिन आया है हम एकजुट होकर काम करेंगे। हमें पद की लालसा नहीं है।हम सिर्फ समाज को एक जुट करके काम करना चाहते हैं। समाज में प्रदेश स्तर पर काम कर रहे तीनों सामाजिक संगठन ने एकजुटता का परिचय देकर निर्वाचन प्रक्रिया का सम्मान किया है। निश्चित रूप से समाज को एक नई दिशा मिलेगी और समाज विकास की अग्रसर होगा। निर्वाचन प्रक्रिया को संपादित करने के लिए तीनों संगठन से तीन तीन वरिष्ठ पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई। निर्वाचन प्रक्रिया को सम्पूर्ण रूप से संपन्न होगा इस पर निर्वाचन अधिकारी अपना काम करेंगे।
उल्लेखनीय है कि समाज की प्रगति और आने वाली पीढ़ी के भविष्य के लिए एकजुटता ही सफलता का मार्ग है। विलय के बाद समाज के प्रतिनिधियों ने शिक्षा, रोजगार और आर्थिक उन्नति के लिए सामूहिक प्रयासों की योजना बनाई। समाज की महिलाओं और युवाओं के उत्थान पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। कार्यक्रम में यह भी निर्णय लिया गया कि समाज के सभी सदस्यों को समान अवसर प्रदान करने के लिए एकजुट होकर काम किया जायेगा। संगठन ने राजनीतिक क्षेत्र में भी समाज की सशक्त भागीदारी सुनिश्चित करने की रणनीति पर चर्चा की। समाज प्रमुख पदाधिकारियों ने कहा कि समाज की राजनीतिक उपस्थिति को मजबूत करना ही आज की आवश्यकता है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से वरिष्ठ समाजसेवी सत्यप्रकाश मानिकपुरी गरियाबंद, घासीदास, मोती दास प्रकाश मानिकपुरी प्रदेश महासचिव रायपुर, जगदीश दास राजन,पी डी मानिक, शेखर दीवान बिलासपुर, तुलसीदास प्रदेश सचिव , श्रवण दास मानिकपुरी प्रदेश उपाध्यक्ष, लोकनाथ केवड़ा प्रदेश कोषाध्यक्ष, प्रेमदास मानिकपुरी, मनोज मानिकपुरी, गोपाल दास पड़वार सेवा निवृत्त पटवारी, संतोष दास मानिकपुरी पूर्व जिलाध्यक्ष, चन्द्रदेव महंत,जय दास मानिकपुरी, अंकित महंत सहित सभी ने सामाजिक एकता के लिए अपने अपने विचारों को साझा किया। सामाजिक एकता की पहल को सभी ने ऐतिहासिक बताते हुए सराहना की। समाज ने यह संदेश दिया कि एकजुटता से ही सभी समस्याओं का समाधान संभव है। बैठक में सभी समितियों की ईकाई को भंग किया गया। निर्वाचन होने तक सभी बतौर कार्यवाहक काम करते रहेंगे।बैठक का संचालन समाज सेवी जीवराखन दास रायपुर ने किया।