बसना - बसना के समीपस्थ ग्राम पंचायत बसुंला में सरपंच नवीन साहू के मुख्य आतिथ्य में मितानिन दिवस मनाया गया।
बता दें कि मितानिन दिवस प्रति वर्ष 23 नवंबर को मनाया जाता है। मितानिन जिसे आशा कार्यकर्ता के रूप में जाना जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ है।वे हर घर तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने और लोगों को जागरूक करने में महत्वपूर्ण कार्य करती हैं। प्रत्येक गांव में जनसंख्या के आधार पर मितानिन की नियुक्ति की जाती है जो प्राथमिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का निदान करती हैं। सरपंच नवीन साहू ने कहा कि मितानिन दीदी स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी देने और उनका लाभ पहुंचाने और बीमारियों के प्रति ग्रामीण जनता को जागरूक करती हैं।
*स्वास्थ्य जागरूकता में मितानिनों की महत्वपूर्ण भूमिका
ग्रामीण महिलायें अपने और अपने बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर कम जानकारी रखती हैं और अपनी बातों को खुलकर नहीं बतातीं ऐसी परिस्थिति में मितानिनों से खुलकर अपनी बातों को रखती हैं।
*टीकाकरण से लेकर बीमारियों की रोकथाम तक मितानिनों का महत्वपूर्ण योगदान
मितानिनें समय समय पर टीकाकरण के लिए लोगों को प्रेरित करती हैं। महिलाओं को प्रसव के पहले देखभाल सिखाती हैं और जच्चा-बच्चा दोनों के स्वास्थ्य के बारे जानकारी देती हैं। इसके अलावा वे घर घर जाकर लोगों को मलेरिया , निमोनिया,टी बी, हैजा जैसे बीमारियों के प्रति जागरूक रहती हैं। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी सुझाव के लिए ग्राम स्तर पर मितानिन दीदीओं का विशेष योगदान रहता है।



