लपेटे में आया होटल मैनेजर, मालिक पर पुलिस मेहरबान
कोरोना नियमों के विपरीत जुआरियों को होटल में रूम की सुविधा, पर कार्रवाई नहीं
(स्पेशल रिपोर्ट पूरन साहू)राजनांदगांव। नेशनल हाईवे में रेवाडीह स्थित आलीशान होटल राज इंपीरियल में साढे छह लाख रूपए के जुआ सहित राजनांदगांव शहर के नामी गिरामी जुआरियों का चेहरा सामने लाने के मामले में निश्चित तौर प्रशिक्षु महिला डीएसपी रूचि वर्मा सहित उनकी पूरी पुलिस टीम की कार्रवाई प्रशंसनीय है किंतु कुछ सवाल ऐसे है जो पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान के लिए पर्याप्त है। 21 जुलाई की शाम साढे बजे की इस कार्रवाई में पुलिस ने तेरह जुआरियों के नाम तो पूरी दिलेरी के साथ उजागर कर दिए पर कोरोना वैश्विक महामारी के चलते लाकडाऊन की गाईड लाईन और नियमों का उलंघन करने वाले होटल राजइंपीरियल के मालिक तक पहुंचने में उनकी हाथ बौनी साबित हो गई। लालबाग थाने में दर्ज एफआईआर क्रमांक 292 में पुलिस होटल राज इंपीरियल के मैनेजर तालपुरी पारिजात थाना नेवई जिला दुर्ग निवासी श्रीकांत बंधे पिता सुदामा बंधे उम्र 32 को अपराध में लपेट में जरूर लिया है पर होटल के मालिक पर पूरी तरह से मेहरबानी दिखा दी गई है। यहां पर यह सवाल उठता है कि क्या होटल का मैनेजर कोरोना लाकडाऊन के बीच जब सभी होटल और बार को बंद रखने के कड़े आदेश है तो ऐसी परिस्थिति में मालिक को बगैर बताए क्या होटल के कमरे को जुए के लिए एलाट कर दिया होगा? नियमानुसार पुलिस को जुआरियों के साथ-साथ होटल मालिक और मैनेजर के खिलाफ लाकडाउन के उलंघन के मामले में भी कार्रवाई करनी थी पर ऐसी कार्रवाई न कर पुलिस जनता के आम सवालों के आगे निरूत्तर हो गई है। होटल राज इंपीरियल में एकाएक जुए की खबर के बाद बसंतपुर थाना प्रभारी प्रशिक्षु डीएसपी रूचि वर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा वहां धावा बोलकर होटल के कमरा नंबर 301 में दबिश देकर सभी जुआरियों को दबोच लेने की कार्रवाई नि:संदेह उनकी जाबाजी को प्रदर्शित करता है पर जाबाजी पर चार चांद तब लग जाती जब पुलिस होटल के मालिक को कार्रवाई के दायरे में लेती। यहां यह देखा गया है पुराना बस स्टैंड के कुछ लार्जो में देह व्यापार के मामले में होटल मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी तो फिर लाकडाऊन के बीच जुआ खिलाने के मामले में राजइंपीरियल के मालिक के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं?