बलौदाबाजार - एसडीएम बजरंग दुबे के नेतृत्व में तहसीलदार रूपाली मेश्राम व स्वास्थ्य राजस्व विभाग के साथ पुलिस विभाग की टीम ने पुरगांव में स्थित आस्था क्लिनिक पर छापामार कार्यवाही की। इस दौरान इंजेक्शन, शुगर जांच मशीन सहित विभिन्न दवाइयों को जप्त कर क्लीनिक को सील किया गया। क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों की अवैध कारोबार बड़ी संख्या में फल फूल रहा है। ऐसे में लोगों की जान जोखिम में डालकर झोलाछाप डॉक्टर इलाज कर रहे हैं। आज अधिकारियों ने पुरगांव में एक क्लीनिक पर कार्यवाही कर क्लीनिक को सील कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि पुरगांव में डॉक्टर छन्नू वर्मा के द्वारा संचालित आस्था क्लिनिक का निरीक्षण किया गया जिसमें पाया गया कि क्लीनिक संचालित करने के लिए रजिस्ट्रेशन व क्लीनिक का लाइसेंस नहीं है। साथ ही निरीक्षण के दौरान आर्थोपेडिक एवं पैरामेडिकल सर्टिफिकेट पाया गया। वही टीम को बायो मेडिकल वेस्ट का समुचित प्रबंध नहीं मिला एवं इंजेक्शन, शुगर जांच मशीन सहित विभिन्न प्रकार की दवाइयां भी जप्त की गई। और क्लीनिक को सील किया गया है। साथ ही आगे की कार्यवाही नियमानुसार करने की बाद अधिकारियों द्वारा कही गई है ।
इस प्रकार के झोला छाप डॉक्टर्स पर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए इनके कारण किसी व्यक्ति की जन भी जा सकती है केवल लक्षणों के आधार पर हायर दोज दे दिया जाता है ताकि रिजल्ट तुरंत मिले और तबयत जल्दी ठीक हो ताकि उनका ग्राहक अच्छे इलाज के बहाने बढ़े परन्तु उस हाई पावर दोज के वजह से किसी की जन भी जा सकती है लिवर को कितना प्रभावित होता है इन सब को न देखते हुए इलाज किया जाता है जिससे लोग जल्दी तो ठीक हो जाते है लेकिन आगे उनकी शरीर को इससे बहुत ही ज्यादा नुकसान पहचता है । सरकार इसी लिए इन झोला छापो को बैन किया है ताकि इनके कारण से लोगो के स्वस्थ और शरीर को नुकसान न पहुचे इन पर कड़ी कार्यवाही करने भी बोला gya है परन्तु फिर भी झोला छाप इससे पीछे नी हट रहे और ताबड़तोड़ घर पहुंच सेवा दे रहे और पैसा भी छाप रहे है ।
रिपोर्टर क्रांति से गोपी की रिपोर्ट