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Sunday, April 3, 2022

कलेक्टर और एसडीएम को दी खुलेआम चुनौती...सारंगढ़ के सरपंच की दबंगई चरम पर..


सारंगढ़। जनपद पंचायत सारंगढ़ के ग्राम पंचायत खुडूभाठा में आए दिन कुछ न कुछ मामला सामने आते ही रहता है, ताजा मामला है मनरेगा योजना अंतर्गत तालाब निर्माण कार्य में सरपंच के द्वारा जेसीबी से खुदाई करने का विरोध करने वाले ग्रामवासियों को सरपंच तथा सरपंच पति और उसके साथियों के द्वारा उप सरपंच, पंच तथा ग्राम वासियों के साथ गाली गलौज और मारपीट किया जाने लगा। घटना के पश्चात वहां पर मौजूद लोगो ने सारंगढ़ थाना पहुंच कर सरपंच, सरपंच पति एवम् अन्य लोगों का शिकायत दर्ज कराया गया है।

ज्ञात हो की इससे पूर्व ग्राम पंचायत खुडूभाठा के सरपंच द्वारा गर्भवती महिला दंडा दिखा कर मार पीट करने तथा गाली गलौज की शिकायत थाने में किया गया था जिस पर कोई कार्यवाही नहीं होने से सरपंच तथा उसके गुर्गों का मनोबल बढ़ा हुआ है।



विदित हो कि सरपंच के ऊपर पंचायत निधि में दुरुपयोग का आरोप लगा जिस पर एसडीएम न्यायालय में मामला चलाया जहां पर एसडीएम सारंगढ़ ने आंशिक आरोप पाया था के बावजूद निर्वाचित जनप्रतिनिधि होने के नाते अवसर दिया गया है जिसके कारण सरपंच का मनमानी और ज्यादा बढ़ गया है इसलिए वह खुले आम ग्रामवासियों को चुनौती दे रही है की एसडीएम और कलेक्टर मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते है।


ग्रामवासियों ने थाना में शिकायत दर्ज कराया


नया तालाब निर्माण में जेसीबी से कार्य करने का विरोध करने गए ग्रामीणों पर बर्बरता से टूट पड़ी सरपंच के खिलाफ पंच तथा ग्रामवासियों द्वारा लिखित शिकायत थाने में किया गया।


ग्राम पंचायत में सरपंच का मनमानी चरम पर


बता दे कि सरंपच द्वारा 15 वे वित्त और आदर्श ग्राम योजना का पैसा बेबाक और मनमाना तरीके से उपयोग किया जा रहा है जिसका शिकायत भी किया जा चुका है, सरपंच के द्वारा 8 लाख रुपए अटल समरसता भवन के नाम पर निकाला गया है किंतु काम रोक दिया गया, स्ट्रीट लाइट के नाम पर 110000 रू आहरण किया गया जिसमे 50 खंभा में स्ट्रीट लाइट लगाया जाना था किंतु 10 खंभा में ही लगा कर पूर्ण राशि गबन कर लिया गया है। इसीतरह अपने देवर के नाम पर राशन सामग्री, गली नाली सफाई, मुरूम दुलाई के नाम पर कुल 117000 हस्तांतरण किया गया है जिसका कोई भी कार्य नही किया गया है।



गौरतलब को की सरपंच की मनमानी का शिकायत पंचों द्वारा किया गया है जिसका जांच भी तहसीलदार सारंगढ़ के द्वारा किया गया है, किंतु सरपंच पर कोई कार्यवाही नहीं होने से मनोबल बढ़ा हुआ है। 

सीईओ जनपद की भूमिका मात्र चेक काटने तक?

सारंगढ़ के अधिकतम सरपंचों द्वारा पंचायत राज अधिनियम के अंतर्गत कार्य नही किया जाता, जिसका शिकायत सीईओ के समक्ष करने पर सिर्फ खाना पूर्ति ही किया जाता है, सीईओ द्वारा पंचायत के कार्यों का निरीक्षण तथा समीक्षा नही किया जाता जिससे गुणवत्ताहीन कार्य संपादित किया जा रहा है। खुडूभांठा सरपंच के खिलाफ भी पंचों ने लिखित में शिकायत दिया है किंतु सीईओ जनपद के द्वारा एसी चेंबर से बाहर निकला नही जा रहा है।


बहरहाल आज ग्राम पंचायत के निवासियों द्वारा थाना में शिकायत दर्ज किया गया है अब देखना है की सारंगढ़ थाना मामले का संज्ञान कब तक लेते हैं।

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