बसना । स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में 3 स्टार रेटिंग के साथ राष्ट्रपति पुरस्कार हासिल करने वाला बसना नगर पंचायत के चारो ओर कचड़ों व गंदगी का अंबार पसरा हुआ है, जिससे नगर वासी नाखुश नजर आ रहे है। महासमुंद जिले के बसना नगर की आम जनता नगर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए नर सेवा नारायण का संकल्प लेकर जनसेवा करने वाली संस्था नीलांचल सेवा समिति के 06 समर्थित प्रत्याशियों को पार्षद चुनकर बड़े पार्टी के रूप में नगर पंचायत अध्यक्ष गजेन्द्र साहू और उनकी टीम को बसना नगर का जिम्मा सौंपा था। लेकिन वर्तमान में लोगों को बसना नगर पंचायत द्वारा किये जा रहे, विकास कार्य तो नजर नही आ रहा हैं। लेकिन बसना नगर के चारो ओर मुख्य सड़कों, वार्डो के गलियों, खाली जगहों एवं सरकारी कार्यालयों के आसपास कचरों का ढ़ेर जरूर नजर आ जाता हैं। महज नगर पंचायत के ढ़ाई वर्ष के कार्यकाल में ही देश की स्वच्छता रेटिंग 39 से नीचे गिराकर 52वां स्थान में लाकर रख दिया। जिस पर जिला प्रशासन सहित स्थानीय अधिकारी कर्मचारियों को इन कारणों की व्याख्या कर समुचित प्रयास से पुनः नगर को स्वच्छ व सुंदर बनाने की दिशा में काम करने की आवश्यकता है अन्यथा वर्तमान नगर पंचायत के कार्यकाल समाप्त होते-होते देश की स्वच्छता रेटिंग में बसना नगर का नाम ही गायब हो जाये यह कोई बड़ी बात नहीं होगी।
वहीं बसना नगरवासी महेंद्र साव कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय बजरंग दल, सेवक दास दीवान वरिष्ठ पत्रकार, द्रोपति, मोज़म्मिल कादरी, प्रदीप ठाकुर का कहना है कि आजादी के 75वें वर्ष अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की स्टार रेटिंग, सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज अवार्ड कार्यक्रम विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में बसना नगर पंचायत को स्वच्छ भारत मिशन शहरी अंतर्गत गार्बेज फ्री सिटी 3 स्टार रेटिंग से साथ राष्ट्रपति पुरुस्कार से सम्मानित किया गया है। नगर पंचायत बसना को स्वच्छता के लिए अवार्ड भले ही मिल गया है किंतु यहां की तस्वीरें कुछ अलग बयां कर रही है। रायपुर बाईपास रोड से बसना प्रवेश करते ही राइस मिलो द्वारा डंप किये उड़ते राखड़, गंदी बदबू दार पानी सड़क के दोनों किनारे नगर पंचायत द्वारा फेंके गए कचरे से आवाजाही करने वाले लोगों को मुंह एवं नाक में कपड़े बांध कर प्रवेश करने पर मजबूर करते हैं। उसके आगे बिजली ऑफिस के सामने, एफसीआई गोदाम सामने, बिजली ऑफिस के सामने, जनपद चौक आसपास, वन विभाग बगल में, उबड़ खाबड़ धूल उड़ते बस स्टैंड, कन्या शाला के सामने, दानी पेट्रोल पंप के आसपास सरायपाली बाईपास तक कचरों का ढेर बसना नगर की सफाई व्यवस्था की पोल खोलती नजर आ रही है। यही हालात बसना नगर गौरवपथ पदमपुर रोड का भी है। गौरव पथ के गड्ढे, दोनों ओर पड़ी कचरा, गुरुनानक धर्मशाला के सामने वार्ड 11 निस्तारी तालाब चौपाटी के पास जमा किया गया कचरे का ढेर मोर बसना स्वच्छ बसना हकीकत को बयां कर रही है। यही हालत बसना नगर के सभी 15 वार्डो की है चाहे वह वार्ड 01 पानी टंकी रोड के पास, टिकरा पारा स्कुल के सामने, कृषि मंडी के आगे, पीछे और बगल में, आबकारी विभाग के सामने, बाजार पड़ाव में, पदमपुर रोड बसना गणेश टीवी सेंटर के बगल में, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष के सामने, सिचाई विभाग, कान्वेंट स्कूल के सामने, वार्ड क्रमांक 10 महेंद्र साव घर के सामने गढ़पटनी रोड़, अलेख निरंजन आश्रम वार्ड 7 सहित सरकारी कार्यालयों में भी यही आलम बना हुआ हैं।
* राष्ट्रपति पुरुस्कार से क्यो है, नगरवासी नाखुश
राष्ट्रपति पुरुस्कार मिलना निश्चित ही बड़े गौरव की बात है। लेकिन बसना नगर साफ सुथरा, स्वच्छ, गंदगी रहित ऐसा कह पाना मुश्किल है। पता नही किसने सर्वे किया और किस आधार पर किया स्वच्छता के लिये राष्ट्रपति पुरुस्कार मिला हैं यह भी एक बड़ा सवाल है। पिछले कार्यकाल के 5 वर्षो में नगर पंचायत के सफाई की जो स्थिति थी। महज 2 वर्ष के कार्यकाल मे बसना नगर को कूड़ा का ढेर में तब्दील कर दिया गया बसना नगर की मुख्य सड़के, नगर के 15 वार्डो कचरा का ढेर बना हुआ हैं। नगर की नालियां कचरे से पटी हुई है पानी निकासी की कोई सुविधा नही हैं।
इस मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष रूपकुमारी चौधरी ने कहा राष्ट्रपति पुरस्कार मिलना बहुत ही गौरव की बात है निश्चित रूप से हमें भी बहुत खुशी होती जब वास्तव में बसना नगर साफ सुथरा गंदगी मुक्त होती, पता नही किसने सर्वे किया है और किस हिसाब से राष्ट्रपति पुरुस्कार मिला है अभी आप बसना नगर के सभी गलियों को जाकर देखे सच्चाई पता चल जाएगा। इतनी अधिक गंदगी होने के बाद भी राष्ट्रपति पुरुस्कार मिलना समझ से परे है।
* आईये क्या कहते है नगर पंचायत के जिम्मेदार
बसना नगर पंचायत के अध्यक्ष गजेंद्र साहू का कहना है कि बसना नगर पंचायत के स्वच्छता महोत्सव के जो उपलक्ष्य में भारत में अमृत महोत्सव मनाया गया 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में उसमें हमारा बसना 3 स्टार रैंक पर आया है, केवल महासमुंद जिला में बसना और सरायपाली को मिला है भारत में छत्तीसगढ़ राज्य को बहुत ज्यादा पुरस्कार मिला है और प्रथम पुरस्कार छत्तीसगढ़ को ही मिला है नगर में साफ-सफाई हमेशा होते रहता है कभी कभार जानिया खराब हो जाती है उसके एवज में एकाध दिन कहीं जा नहीं पाती है गाड़ियां फिर भी हम उसको मैंने करते हैं कि सफाई हो जाए हमारे पास जहां से भी फोन आता है सफाई व्यवस्था हेतु हम तत्काल सफाई दरोगा को संपर्क करके सफाई के लिए भेज देते हैं।
अशोक सलामे सीएमओ नगर पंचायत बसना ने बताया कि खुशी की बात है कि बसना नगर पंचायत को स्वच्छता के संबंध में पुरस्कार मिला है जिसमें राष्ट्रपति महोदय द्वारा पुरस्कार मिला है जो कि बहुत ही गौरव की बात है क्योंकि शहर स्वच्छ है तभी यह पुरस्कार मिला है तो किसी भी हालत में नहीं मिलता।
सवाल यह खड़ा होता है कि नगर पंचायत के जिम्मेदार अधिकारी का गैर जिम्मेदाराना बयान हास्यास्पद है।