बसना -छत्तीसगढ़ सरकार किसानों के हित के लिए विभिन्न योजनायें चला रही है ताकि छत्तीसगढ़ के किसानों को किसी भी तरह की परेशानी न हो लेकिन ठीक इसके विपरित महासमुंद जिले के बसना ब्लॉक अंतर्गत प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित अंकोरी पंजीयन क्रमांक 1351 में यहां के किसानों को खाद भारी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।
अंकोरी कृषि साख सहकारी समिति के अंतर्गत आने वाले ग्राम पलसापाली, कायतपाली, लमकसा ,बिरसिंगपाली ,ठाकुरपाली,परगला,कलकसा ग्राम के किसानों को खाद नहीं मिला है। वहीं इस सबंध में पलसापाली के कृषक श्याम प्रधान का कहना है कि हमने डीएपी खाद नही लिया है और सहकारी समिति मे खाद लेने आये तब पता चला कि स्टाक में खाद ही नही है जबकि समिति के दस्तावेज में खाद उपलब्ध होना दर्शाया गया है। इससे साफ जाहिर होता है कि खाद की कालाबाजारी हुई है।
इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की जायेगी व ऐसी स्थिति रही तो स्थानीय किसान आंदोलन करने पर बाध्य होंगे ।
इस पर लमकसा ग्राम के किसान परमानंद नागेश का कहना है कि हमने यहां सबंधित खाद की जानकारी चाही और जानकारी में स्टाक में खाद होना बता रहा है परंतु डीएपी खाद गायब है तो कहां गया यह गंभीर विषय है इससे यह प्रतीत हो रहा है यहां की खाद की अफरा तफरी हुई है । इसी कारण किसानों को खाद नही मिल रही है ।
किसानों का कहना है कि इस सबंध में प्रभारी व्यवस्थापक छेदूराम निषाद से पूछताछ करने पर जवाब नही दिया।
जब हमारे संवाददाता ने प्रभारी व्यवस्थापक छेदूराम निषाद से चर्चा करने पर बताया कि पुराना कार्यकाल स्टॉक है जो खराब हो गया है वितरण करने योग्य नही है अभी तक रिकार्ड में दिखा रहा है। छेदूराम निषाद ने सामिल प्रधान और आनन्द डड़सेना का नाम बताया पूर्व कार्यकाल में ये ही लोग देख रहे थे ।।
सामिल प्रधान से संपर्क करने पर कहा कि आंनद डड़सेना के कार्यकाल में कुछ खाद बोरिया खराब था जिन्हें वितरण नही किया गया था वही दिखा रहा है। इस मामले में सहकारी बैंक को भी जानकारी दे दिया गया था ।।