* शासकीय भूमि पर अतिक्रमणकारियों में मचा हड़कंप
बसना- बसना तहसील अंतर्गत प ह नं 35 सीमा क्षेत्र मे शासकीय भूमि पर रास्ता को तार व खंभे से घेरा कर सन् 2016 से जबरन कब्जा किया गया था। मीडिया में लगातार ख़बर प्रकाशन के बाद तहसीलदार बसना ने जेसीबी मशीन लगा कर कब्जा धारी के द्वारा घेरे हुए कांटा तार व खंभा को हटा कर अतिक्रमण मुक्त करा दिया है।
प्राप्त जानकारी केअनुसार प. ह .नं 35 तहसील बसना ग्राम अरेकेल स्थित भूमि ख .नं 728 रकबा 0 .60 है जो शासकीय रास्ता मद मे दर्ज है।उक्त भूमि का रकबा 125 मीटर लंबाई ×35 मीटर चौड़ाई पर सुरेन्द्र पिता करतार सिंह सलूजा निवासी बसना के द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर तार,खम्बा का घेरा लगाकर अतिक्रमण किया गया था। उक्त रकबा व खसरा नंबर की अतिक्रमण भूमि की शिकायत ग्राम पंचायत अरेकेल के निवर्तमान सरपंच एवं पंचों के द्वारा 02 मई 2016 को तहसील कार्यालय बसना मे किया गया था।आज तक जितने भी तहसीलदार आये किसी ने भी कब्जा हटाने में सफल नहीं हुए। तहसीलदार बघेल ने शासकीय भूमि से कब्जा हटाकर उनके मंसूबों में पानी फेर दिया है। तहसीलदार बघेल के द्वारा उक्त कार्रवाई से बसना तहसील के अंतर्गत शासकीय भूमि पर अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
बता दें कि बसना शहर के अलावा आसपास की कीमती शासकीय भूमि पर अधिकांश लोगों ने कब्जा कर रखा है जिसे हटाया जाना अत्यंत आवश्यक है। बसना में व्यवहार न्यायालय के अलावा अनुविभाग कार्यालय के लिए जमीन की आवश्यकता है। भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने अनुविभाग कार्यालय बसना मे बनाये जाने की घोषणा किया गया है।जिस तरह से तहसीलदार के द्वारा कार्रवाई की गई है, बसना तहसील अंतर्गत शासकीय भूमि से बेजा कब्जा हटाने की कार्रवाई की जाती है तो शासकीय कार्यालय हेतु भूमि की कमी नहीं होगी और बसना का विकास तेज गति से होगा।
शासन के नियमानुसार शासकीय भूमि पर अतिक्रमण को मुक्त कराना हमारी जिम्मेदारी है।
रामप्रसाद बघेल
तहसीलदार,बसना