* सोशल मीडिया में खबर पश्चात् भारतीय वन अधिनियम के तहत की जा रही कार्रवाई
बसना - पर्यावरण को बचाने एक तरफ भूपेश सरकार पेड़ लगाने का संदेश दे रही है वहीं दूसरे तरफ वन विभाग कार्यालय बसना के सामने ईमारती लकड़ी की खुलेआम कटाई हो रही है। शीशम पेड़ कटाई का मामला सोशल मीडिया में आने के बाद वन विभाग हरकत में आया और लकड़ी को अपने कब्जे मे लेकर कार्रवाई करने की बात कह रही है। कटे हुए शीशम ईमारती वृक्ष में वन विभाग का मार्का रंग पोताई हुई है,जो स्पष्ट दिख रहा है। हरे भरे लहलहाते पेड़ को किसके आदेश पर काटा गया यह जांच का विषय है ? उक्त कटाई मामले में वन विभाग के द्वारा तत्काल कार्यवाही किया जाना चाहिए।
अपने निजी स्वार्थ के लिए हरियाली की बलि देना कतई उचित नहीं है।शहर में खुलेआम हरे भरे पेड़ की कटाई वन विभाग की लापरवाही को दर्शाता है। अगर आपका विभाग शहर में वृक्षों की रक्षा नहीं कर पा रहा है तो जंगल के पेड़ पौधों की रक्षा कैसे होगी।वन परिक्षेत्र अधिकारी बसना का कहना है कि इस पेड़ को काटने हेतु किसी भी व्यक्ति द्वारा कोई लिखित आवेदन नहीं दिया गया है न ही विभाग के द्वारा कोई आदेश दिया गया है। वन विभाग को तत्काल पेड़ काटने वाले व्यक्ति के विरुद्ध कार्यवाही करनी चाहिए।सोशल मीडिया में वायरल होने के पश्चात वन विभाग के आला अधिकारी हरकत में आये और आनन फानन में सड़क किनारे कटे शीशम पेड़ के गोलों को ट्रेक्टर में लोड कर कब्जे में लेकर बृजेश बेहरा पिता सीताराम बेहरा निवासी बसना के द्वारा बिना स्वीकृति के काटे जाने पर 14408/12भारतीय वन अधिनियम 1927 के धारा अंतर्गत कार्रवाई की गई। जब्तशुदा वनोपज 08 नग लट्ठा उपभोक्ता डिपो बसना परिवहन किया गया।