सारंगढ़। नया ज़िला बनने के बाद सारंगढ़ के कुछ अधिकारी स्वयं को सारंगढ़ किंग समझने लगे थे, ऐसे ही एक कर्मचारी खाद्य विभाग में रहा जिसका लगातार शिकायत सामने आ रहा था किंतु सत्ताधारी नेताओ के नाम लेकर अपना दुकान चलाने खाद्य निरीक्षक का अंततः सारंगढ़ से रवानगी का आदेश आ ही गया।
बता दे की खाद्य निरीक्षक पटेल के खिलाफ लगातार शिकायत सामने आ रहे थे विगत माह उनके ऊपर एक महिला दुकान संचालक ने अवैध उगाही का शिकायत भी किया था जिसका जाँच अभी तक चल रहा है। इससे पूर्व एक सत्ताधारी दल के नेता के साथ बदतमीजी का कॉल रिकार्डिंग खूब वायरल हुआ था जहां पर खाद्य निरीक्षक हाथ-पैर पकड़ कर मामला को शांत करा लिया था।
गौरतलब हो की खाद्य निरीक्षक पटेल के व्यवहार से सारंगढ़ के राइस मिलर भी बहुत दुखी थे साथ ही साथ पीडीएस दुकान संचालक भी इस कर्मचारी से काफ़ी परेशान थे, लम्बे अंतराल तक एक ही स्थान पर पदस्थ रहने के कारण इस कर्मचारी का आतंक आसमान पर था।
श्री पटेल के द्वारा राशन दुकान संचालको के दुर्व्यवहार का शिकायत कई बार सामने आया था जिसमें पटेल के द्वारा संचालकों को अपने नौकर जैसे ट्रिट करते थे जिसको लेकर क्षेत्र में काफ़ी रोष व्याप्त रहा था।
ट्रांसफ़र रोकवाने के लाखों का प्रस्ताव
सारंगढ़ में कोई भी अधिकारी कर्मचारी आटा है तो वो यहाँ से जाने का नाम नही लेता उसी तरह खाद्य निरीक्षक विद्यानंद पटेल अपने धौंस जमाने के चक्कर में ट्रांसफ़र रुकवाने के लिए कई स्थानीय नेताओ से सम्पर्क कर लाखों का पेकेज ओफ़र किया है। सूत्र के अनुसार अगर नेताओ से बात नही बना तो बड़े अधिकारी को भी मोटा माल देकर ट्रांसफ़र रुकवा लेने का कहा जा रहा है।
बहरहाल खाद्यनिरीक्षक पटेल के ट्रांसफ़र से सारंगढ़ में ख़ुशी का लहर है, छोटे व्यापारी से लेकर राइस मिलर तक एवं दुकान संचालक भी संतुष्ट है।