बसना - बसना नगर वासियों ने वीर बाल शहीदी दिवस पर दिनांक 26 दिसंबर को शहीद वीर नारायण सिंह चौक पर संध्या दिया (दीपक) जला कर श्रद्धांजलि देते हुए श्रध्दा सुमन अर्पित किया।
बता दें कि सरहिंद के नवाज वजीर खान ने माता गुजरी और दोनों छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंघ जी व बाबा फतेह सिंघ जी को ठंडा बुर्ज में खुले आसमान के नीचे कैद कर लिया। वजीर खान ने दोनों छोटे साहिबजादों को अपनी कचहरी में बुलाया और डरा धमकाकर उन्हें धर्म परिवर्तन करने को कहा लेकिन दोनों साहिबजादों ने बोले सो निहाल सत श्री अकाल के जयकारे लगाते हुए धर्म परिवर्तन करने से मना कर दिया। वजीर खान ने फिर धमकी देते हुए कहा कि कल तक धर्म परिवर्तन करो या मरने के लिए तैयार रहो। ठंडे बुर्ज में कैद माता गुजरी ने दोनों साहिबजादों को प्यार से तैयार करके दोबारा से वजीर खान की कचहरी में भेजा फिर वजीर खान ने धर्म परिवर्तन करने कहा लेकिन छोटे साहिबजादों ने जयकारे लगाते हुए धर्म परिवर्तन के लिए मना कर दिया। वजीर खान तिलमिला उठा और दोनों साहिबजादों को जिंदा दीवार में चिनवाने का हुक्म दे दिया। यह खबर जैसे ही माता गुजरी के पास पहुंची उन्होंने भी अपने प्राण त्याग दिये। वहीं दूसरी ओर दोनों साहिबजादों की शहादत के बाद ऐसा माना जाता है कि सरहिंद शहर में कोई भी उनके अंतिम संस्कार के लिए जमीन छोड़ने को तैयार नहीं हुआ तो दीवान टोडरमल नाम के एक अमीर हिन्दू व्यापारी ने जमीन का एक छोटा सा टुकड़ा 7800 सोने के सिक्के बिछाकर खरीदा और अंतिम संस्कार किया। इन्होंने ही मुगलों से साहिबजादों के शव छुड़ाये और बाद में फतेहगढ़ साहिब में इस स्थल पर गुरूद्वारा ज्योति सरूप का निर्माण किया गया।गुरू गोविन्द सिंह जी धर्म के महान रक्षक , धर्म की रक्षा के लिए पूरा परिवार शहादत दिया। साहिबजादों बाबा अजीत सिंघ जी, बाबा जुझार सिंघ जी, बाबा जोरावर सिंघ जी, बाबा फतेह सिंघ जी, माता गुजरी कौर जी,अनेक सिंघा,सिंघनिया की देश धर्म के लिए दी गई शहादत को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि दी गई। सिक्ख पंथ के अनुयायियों एवं शहर वासियों ने 501 दिये जलाकर शहीदों का नमन् कर वाहेगुरु से प्रार्थना की।
गुरु गोविन्द सिंह जी के साहिबजादों ने छोटी उम्र में भी अपनी मातृभूमि व धर्म की रक्षा हेतु दुश्मनों का बहादुरी से सामना किया। उनकी शौर्य गाथा हमारी धरोहर है जिसका स्मरण कर मोदी सरकार वीर बाल दिवस मना रही है। भारत देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरू गोविन्द सिंह जी के साहिबजादों की वीरता व माता गुजरी के बलिदान को याद कर वीर बाल दिवस मनाने का निर्णय लेकर शहीदों का सम्मान कर शहीद परिवारों व देश का मान बढ़ाया है। शहादत दिवस पर सभी समाज के गणमान्य नागरिक गण उपस्थित रहे।