छत्तीसगढ़ - छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने अपने ट्विटर पर बस्तर दशहरा को लेकर ट्वीट करते हुए कहा की विश्वविख्यात बस्तर दशहरा पुनः वैभवशाली होगा छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक मूल्यों के वृद्धि मे बस्तर दशहरा का अहम् भूमिका रहा है, और बताया की भाजपा सरकार ने निर्णय लिया है की बस्तर दशहरा के सांस्कृतिक कार्यक्रम के सदस्यो की मानदेय मे वृद्धि किया जायेगा । चलिए अब जानते है बस्तर दशहरा के बारे.....
बस्तर दशहरे की शुरुवात श्रावण के महीने मे पड़ने वाली हरियाली अमावस्या से होती है और यह तेव्हार दशहरा के बाद तक चलता है और यह मुरया दरबार के रस्मो के साथ समाप्त होता है इस रस्म मे बरतर के महाराजा लोगो की समस्या सुनते है । यह तेव्हार देश मे सबसे ज्यादा दिन चलने वाला तेव्हार है ।
दशहरा तेव्हार असत्य पर सत्य की विजय के प्रतिक के रूप मे मनाया जाता जिसमे राम ने रावण को विजयदशमी के दिन मारा था लेकिन बस्तर दशहरा मे रावण नहीं जलाया जाता यहां देवी की पूजा की जाती है जोकि 75 दिनों तक चलता है पैराणिक कथा के अनुसार माना जाता है की अश्विन शुक्ल की दशमी तिथि को मा दुर्गा ने महिसासुर का वध किया था इसमें बस्तर के पास जिले के देवी देवताओं को भी निमंत्रण दिया जाता । यह की यहां परम्परा बस्तर दशहरा को पूर्वे देश मे आकर्षक बनती है ।