बसना -देश के सबसे बैंकों में से एक है भारतीय स्टेट बैंक जहां पर देश के अधिकांश लोगों द्वारा खाता खोला गया है एवं उसमें अपने जीवन भर की जमा पूंजी रखी जाती है।
वैसे तो देश के सुदूर क्षेत्रों में भी भारतीय स्टेट बैंक की शाखाएं एवं एटीएम मशीन उपलब्ध हैं जिससे लोगों को लेनदेन में आसानी हो परंतु जिन क्षेत्रों में ब्रांच या एटीएम मशीन नहीं हैं वहां पर ग्राहक सेवा केंद्र खोलकर लोगों को सेवाएं दी जा रही है।
भारतीय स्टेट बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र खोलने के लिए संबंधित शाखा प्रबंधक से लिखित रूप में अनुमति लेकर किसी कॉरपोरेट कंपनी के साथ अनुबंध कराकर बैंक एवं कॉरपोरेट कंपनी द्वारा निर्धारित माप दंडों एवं नियमों के तहत ग्राहक सेवा केंद्र का संचालन किया जाता है.
बैंक के अनेकों नियमों में से सबसे महत्वपूर्ण नियम है निर्धारित लोकेशन में ही ग्राहक सेवा केंद्र का संचालन, स्वयं संचालक के फिंगर प्रिंट से लेनदेन करना, ग्राहकों को लेनदेन की प्रिंटेड रसीद प्रदान करना एवं कंप्यूटर की सहायता से स्थानीय भाषा में लेनदेन की आवाज सुनाई देना। लेनदेन की संख्या बहुत ज्यादा होने की स्थिति में संचालक के आग्रह पर बैंक एवं कॉरपोरेट कंपनी के अनुमति से नियुक्त किए गए व्यक्ति के फिंगर प्रिंट से लेनदेन करना। ग्राहक सेवा केन्द्र
तरेकेला पिरदा, लिंक ब्रांच बसना, जिला महासमुंद ने सारे नियमों को ठंडे बस्ते में रखकर बैंक एवं कॉरपोरेट कंपनी की आंखों में धूल झोंकते हुए गैरकानूनी तरीके से कार्य किया जा रहा है।
हेमकांति पटेल को बैंक ने पिथौरा ब्लॉक के अंतर्गत तरेकेल गांव के नाम से ग्राहक सेवा केंद्र संचालन की अनुमति प्रदान किया गया है परंतु उनके द्वारा नियमों के विपरीत पिरदा न में ग्राहक सेवा केंद्र का संचालन किया जा रहा है जो कि नियमों के विपरित होने के साथ साथ व्यापार पर भी नकारात्मक असर डाल रहा है।
इतना ही नही इनके द्वारा ने सभी नियमों को दरकिनार करते मल्टी टर्मिनल लेकर बसना ब्लॉक के ग्राम भुकेल में जय निषाद के सहयोग से ग्राहक सेवा केंद्र का संचालन किया जा रहा है।ग्राहक सेवा केन्द्र संचालक एक साथ दो स्थानों में उपलब्ध नहीं रह सकता इसलिए उसने अपने फिंगर प्रिंट का डमी बनाकर जय निषाद को दिया गया है।
जय निषाद द्वारा मल्टी टर्मिनल एवं डमी फिंगर की सहायता से भुकेल में एवं हेमकांति पटेल द्वारा पिरदा में ग्राहक सेवा केंद्र का संचालन किया जा रहा है।
अपुष्ट सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इनके द्वारा किसी भी ग्राहक को लेनदेन की रसीद नहीं दी जाती एवं बैंक द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक राशि ली जाती है।
अब प्रश्न ये खड़ा होता है कि जय निषाद जिस दुकान में संचालित कर रहा है उसका कोई दूसरा व्यक्ति है जो ग्राहक सेवा केंद्र संचालक रह चुका है। शायद उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।
बैंक एवं कॉरपोरेट कंपनी द्वारा इस पर क्या कार्यवाही की जाती है ? क्या बैंक जनता की विश्वास पर खरा उतर पायेगी या ऐसे लोगों का साथ देगी ये तो वक्त ही बतायेगा..
* ग्राहक सेवा केन्द्र किसे देना है या नहीं देना है इसे हेड आफिस तय करता है। तरेकेला के नाम से संचालित ग्राहक सेवा केन्द्र पिरदा और भूकेल में चलाया जा रहा है वह बैंक के नियम के तहत् चल रहा है।
शाखा प्रबंधक
भारतीय स्टेट बैंक, शाखा बसना