बसना - सद्गुरु कबीर प्राकट्य पर्व पर मानिकपुरी पनिका समाज के द्वारा भव्य शोभायात्रा निकाली गई।
शोभायात्रा को स्थानीय विधायक डॉ संपत अग्रवाल ने श्वेत ध्वज दिखाकर शुभारंभ किया। डॉ संपत अग्रवाल ने कहा कि सद्गुरू कबीर साहेब जी की वाणी अजर अमर है। कबीर की वाणी मानवता, समरसता, शांति सद्भावना के साथ जीने की प्रेरणा देता है। कबीर साहेब ने अपनी वाणी से पाखंड, आडम्बर का विरोध कर करारा जवाब दिया है। कबीर के जीवन दर्शन को आत्मसात कर अपने जीवन में उतारें तभी सार्थक होगा।
शोभायात्रा वार्ड नंबर 06 कबीर नगर से प्रारंभ होकर पंचमुखी हनुमान मंदिर, शहीद वीर नारायण सिंह चौक होते हुए श्रीराम जानकी मंदिर, पदमपुर रोड से रानी दुर्गावती वार्ड (फोकट पारा )कबीर आश्रम पहुंचा। मानिकपुरी पनिका समाज के सामाजिक जनों के द्वारा श्रीफल, पुष्प अर्पित कर बसना नगर के खुशहाली की कामना की।
वार्ड नंबर 11 कबीर आश्रम से शोभायात्रा शहर भ्रमण करते हुए कबीर नगर सद्गुरु कबीर आश्रम पहुंचा। कबीर आश्रम में संध्या चौका आरती के पश्चात् भजन सत्संग का आयोजन किया गया। टाटा बिलासपुर से पधारे कबीर भजन मंडली के द्वारा सुमधुर कबीर भजन गाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।शोभायात्रा में आमिन माता महिला मंडल, मानिकपुरी युवा मंच के कार्यकर्ता डी जे की धुन एवं कबीर भजन में झूमते नाचते चल रहे थे। साहेब बंदगी साहेब के जय घोष से बसना शहर कबीरमय हो गया। शोभायात्रा का नगर भ्रमण के दौरान सभी समाजों के द्वारा स्वागत कर बधाई व शुभकामनाएं दी गई।
बता दें कि सद्गुरू कबीर साहेब जी के प्राकट्य दिवस को प्रतिवर्षों की भांति इस वर्ष भी मानिकपुरी पनिका समाज बसना के द्वारा हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। शोभायात्रा में प्रमुख रूप से जगदीश दास राजन, सेवक दास दीवान,शरण दास, प्रदीप दास, विजय दास, रमेश दास के अलावा मानिकपुरी पनिका समाज के प्रबुद्ध जन,आमिन माता महिला मंडल, युवा मंच के कार्यकर्ता सहित सैंकड़ों की संख्या में सामाजिक जन शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान मानिकपुरी पनिका समाज के जिलाध्यक्ष सेवक दास दीवान का सामाजिक जनों के द्वारा शाल श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया।प्राकट्य पर्व पर आयोजित कार्यक्रम का संचालन शरण दास राजन के द्वारा किया गया।
सद्गुरु कबीर प्राकट्य पर्व पर कबीर पंथ केअनुयायियों के द्वारा बसना क्षेत्र के बरोली,हाड़ापथरा ,कुरचुण्डी,चिमरकेल,बड़ेडाभा,पिपलखुंटा,बरपेलाडीह भुकेल,संकरी,सावित्रीपुर,रेमडा,तरेकेला के अलावा विभिन्न गांवों में प्राकट्य दिवस को अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।