*कंपनी मालामाल और किसान हुए कंगाल *
दंतेवाड़ा-आदिवासी महासभा के अध्यक्ष और आर्सेलर मित्तल निप्पोन स्टील के स्लरी पाइपलाइन से प्रभावित किसान बोमड़ा कोवासी ने प्रबंधन के खिलाफ कड़ी नाराजगी जाहिर करते कहा है कि यह पाइपलाइन विस्तार केवल प्रबंधन के हित में हैं. प्रबंधन ने नोटिफिकेशन पर अमल नहीं किया है. उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी खसरा नंबर 254के किसान हैं. उनकी जमीन में स्लरी पाइपलाइन विस्तार करते दोनों ओर से 15-15फिट गड्डा खोद दिया गया. इसका परिणाम यह हुआ कि वे खेती नहीं कर पाए . दस एकड़ खेत में छह एकड़ में धान की बुवाई नहीं हो सकी. इस तरह अनुमानित 250क्विंटल धान का नुकसान हुआ.प्रबंधन को नोटिफिकेशन के अनुसार जमीन को समतल करके देना था लेकिन ऐसा नहीं किया. ठगे गए किसान खुद ही अतिरिक्त खर्चा उठाने मजबूर हैं.सभी किसान भूमि का समतल कराने सक्षम नहीं है लिहाजा उनकी जमीन अब उपयोग लायक भी नहीं रही.प्रबंधन द्वारा पांचवी अनुसूची का पालन भी नहीं किया. प्रबंधन का यह बेतुका कथन था कि इन क्षेत्रों में पाइपलाइन विस्तार के ग्रामसभा की अनुमति अनिवार्य नहीं है.हजारों किसानों की भूमि का न तो सही मुआवजा मिला और न ही अब भूमि से उपज की पैदावार होगी.इस स्लरी पाइपलाइन विस्तार से कंपनी मालामाल होगी शेष किसान कंगाल हो चुके है. बोमड़ा कोवासी ने कड़े स्वर में प्रबंधन को चेतावनी देते कहा कि सारे नियम नोटिफिकेशन के तहत अनिवार्य रुप से करें अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहें. आपके इस बेतरतीब विस्तार को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।