जिला प्रतिनिधि = भुनेश्वर ठाकुर
*शाला त्यागी बच्चों को शिक्षा से जोड़ने अनूठी पहल*
*जिले के तीन विकासखण्डों में प्रारंभ किया गया है बाल मित्र पुस्तकालय*
दंतेवाड़ा, 16 अगस्त 2024। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मंशानुसार अब जिले में ’’बालमित्र कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। उल्लेखनीय कि शाला त्यागी बच्चों को नवीन शिक्षा के क्षेत्र में जोड़ने के लिए बच्चों की पुस्तकालय के साथ बाल-हितैषी जिला बनाने की पहल की गई है। इस कड़ी में एक दिवसीय दंतेवाड़ा प्रवास के दौरान उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के द्वारा मुख्यालय के चितालंका स्थित बालमित्र पुस्तकालय एवं गतिविधि केंद्र का अवलोकन करने के साथ-साथ पठन पाठन कर रहे बच्चों के साथ बातचीत किया गया। इस दौरान उन्होंने बच्चों को दी जा रही सुविधाओं को देखा और कहा कि जिले के जितने भी शाला त्यागी बच्चे है उन्हें बाल मित्र कार्यक्रम योजना से जोड़ा जाए। जिससे बच्चों का मन पुस्तकीय ज्ञान की और आकर्षित हो सके। इस मौके पर कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी ने बताया कि जिले में संचालित बाल मित्र पुस्तकालय एवं गतिविधि केन्द्र अभी तीन विकासखण्ड में प्रारंभ की गई है। जिसमें दंतेवाड़ा विकासखंड में चितालंका, भोगाम, कवलनार, केशापुर, कुवेर, तुड़पारास, गंजेनार, चितालूर, गमावाड़ा, मटेनार, पंडेवार, कमालूर, कमेली, धुरली को केन्द्र बनाया गया है। इस प्रकार गीदम विकासखण्ड में छोटेतुमनार, घोटपाल, कसोली-1, बडे़कारली, फरसपाल, बिंजाम, समलूर, बांगापाल, मुचनार, गुड़से तथा कटेकल्याण विकासखण्ड में गाटम, सूरनार, धनीकरका, बडे़लखापाल, मोखपाल, परेचली, छोटेगुडस, टेटम, तेलम और गुड़से को बालमित्र कार्यक्रम गतिविधि केंद्र बनाया गया है।