जिला प्रतिनिधि = भुनेश्वर ठाकुर
*भूमिगत जल स्तर को बढ़ाने के लिए कूप खनन को दे बढ़ावा*
*कृषि को लाभकारी व्यवसाय में परिवर्तन वर्तमान दौर की प्रमुख मांग, फसल उत्पादन के साथ उसके प्रसंस्करण के तौर तरीके भी सीखें कृषक-पद्मश्री भारत भूषण*
*जिले के 14 ग्रामों का किया गया प्रमाणीकरण, कृषकों को दिए गए उन्नत कृषि यंत्र*
दंतेवाड़ा । आज जावंगा ऑडिटोरियम में द्वि दिवसीय ’’ऑर्गेनिक दंतेवाड़ा कॉन्कलेव के अंतिम दिन मुख्य अतिथि के रूप में पधारे क्षेत्र विधायक श्री चैतराम अटामी ने वक्तव्य में कहा कि यह हर्ष का विषय है कि जिले में प्रथम बार ऑर्गेनिक दंतेवाड़ा कॉन्कलेव का आयोजन किया गया है। इस आयोजन से न केवल हमारे जिले के जैविक कृषकों की उपलब्धियों को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही परंपरागत खेती के महत्व और उसकी परंपरागत विरासत को दर्शाया गया है। जैविक खेती न केवल कृषि की एक स्वस्थ और पर्यावरण-अनुकूल विधि है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक और पारंपरिक धरोहर को भी जीवित रखती है। श्री अटामी ने किसानों की सराहना करते हुए यह संदेश दिया है कि वे जिले के गौरव को बढ़ा रहे हैं। दंतेवाड़ा जिले में जैविक खेती की परंपरा हमारे पूर्वजों के समय से चली आ रही है, जो इस क्षेत्र की विशेषता और पहचान है। इस प्रकार के आयोजन से न केवल किसानों को प्रोत्साहित करते हैं, बल्कि अन्य लोगों को भी इस दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित करते हैं। जैविक खेती को बढ़ावा देने से न केवल पर्यावरण संरक्षण होगा, बल्कि स्वस्थ जीवनशैली और समृद्ध कृषि अर्थव्यवस्था की ओर भी यह एक सकारात्मक कदम है। इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि जिले में अंधाधुंध भूमिगत जल दोहन करने के दुष्परिणामों की ओ�