दंतेवाड़ा – छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के सुरनार ग्राम पंचायत में लोकतंत्र की एक प्रेरणादायक तस्वीर देखने को मिली। कभी नक्सल प्रभावित रहा यह इलाका आज मतदान के प्रति जागरूकता और विश्वास का प्रतीक बन चुका है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में यहां की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
सालों तक भय और असुरक्षा के माहौल में जीने वाले इस क्षेत्र के लोगों के लिए मतदान करना किसी चुनौती से कम नहीं था। लेकिन समय के साथ परिस्थितियां बदलीं और लोकतंत्र की जड़ें यहां मजबूत होती गईं। इस बदलाव का सबसे बड़ा प्रमाण है सुरनार की महिलाएं, जो आज निर्भीक होकर मतदान केंद्रों पर पहुंचीं और अपने मताधिकार का प्रयोग किया। यह दिखाता है कि अब भय का माहौल सिर्फ बाहरी क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं, बल्कि अंदरूनी इलाकों में भी खत्म हो रहा है।